सुप्रसिद्ध श्याम सेवको एवम श्याम दिवानियो की सुमधुर वाणी से गूंजेगी संस्कारधानी उदयाचल प्रांगण में सजेगा श्याम दरबार
इत्र, केशर, गुलाब जल एवम फूलों की होती खेती जाएगी
राधाकृष्ण नृत्य नाटिका होगी मुख्य आकर्षण का केंद्र
राजनंदगांव । खाटूवाले श्याम प्रभु के महत्वपूर्ण उत्सवों में फागुन महोत्सव का विशेष स्थान है। फागुन शुक्ल एकादशी को अतुलित बलशाली तीन बाणधारी युवक बर्बरीक ने महाभारत के युद्ध के समय भगवान कृष्ण को अपने शीश का दान देकर उनसे श्याम नाम प्राप्त किया था, श्याम प्रभु कलयुग में हारे के सहारे के नाम से पूजे जाते है। राजस्थान के बाद धाम में फागुन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारम्भ होने वाले उत्सव का मुख्य आकर्षण फागुन शुक्ल एकादशी तक भजन कीर्तन तथा द्वादशी को भंडारा प्रसादी के साथ पूर्ण होता है। इसी फागुन माह के शुक्ल पक्ष में देश के कोने कोने में स्थापित श्याम मंदिरों एवम अन्य नगर ग्रामों में निवासरत श्याम प्रेमी अपने शहर – नगर में भजन- सत्संग के माध्यम से फागुन महोत्सव का आयोजन करते है। संस्कारधानी नगरी में श्री स्वाम परिवार मित्र मंडल द्वारा 27 वर्षो से श्री श्याम महोत्सव के अंतर्गत सुमधुर भजन- सत्संग के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पिछले २० वर्षों से सौ से अधिक श्रद्धालु भक्त माता – बहन तथा बंधु निशान लेकर खाटू धाम यात्रा पर जा रहे है। श्री श्याम परिवार मित्र मंडल द्वारा इस वर्ष खाटू वाले का फागुन महोत्सव पर पांच दिवसीय भव्य कार्यक्रम किए जाने की व्यापक तैयारिया की गई है । महोत्सव कल 28 फरवरी से शुरू होगा। समिति के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस वर्ष फागुन महोत्सव के अवसर पर 21 वी निशान यात्रा 21 फरवरी को 121 श्रद्धालु माता – बहने एवम बंधु निशान लेकर खाटु श्याम जी को समर्पित करके 26 फरवरी को वापस आ चुके है। संस्कारधानी नगरी में 28 वा फागुन महोत्सव फागुन शुक्ल अष्टमी 28 फरवरी से फागुन शुक्ल द्वादशी 4 मार्च 2023 तक पंच दिवसीय आयोजन के अंतर्गत स्थानीय स्तर पर दुग्धाभिषेक, निशान यात्रा, भव्य भजन संध्या, रानी सती दादीजी मंगल पाठ के साथ ही श्री श्याम ज्योति अखण्ड पाठ एवम भंडारा प्रसादी आयोजित किया जाएगा।
श्री श्याम परिवार मित्र मंडल के अनुसार खाटू धाम (उदयाचल प्रांगण) में आयोजित फागुन महोत्सव के प्रथम दिवस 28 फरवरी
को सुबह 10 बजे श्री श्याम प्रभु का दुग्धाभिषेक, दोपहर 4:30 बजे श्री बालाजी मंदिर, पुराना गंज मंडी से भव्य निशान यात्रा निकाली जाएगी। जो भजन सत्संग के साथ नगर भ्रमण करते हुए खाटूधाम उदयाचल पहुंचेगी। पक्षात रात्रि 8 बजे से जयपुर के सुप्रसिद्ध श्याम सेवक संजय पारीक अपनी ओजस्वी वाणी से सुमधुर भजनों की अमृत गंगा प्रवाहित करेंगे। महोत्सव के दूसरे दिन फागुन शुक्ल नवमी 1 मार्च को दोपहर 2 बजे से कोलकाता निवासी दादीजी की दीवानी प्रियंका गुप्ता अपने सुमधुर वाणी से श्री रानी सती दादी मंगल पाठ के साथ भजनों की अमृत गंगा प्रवाहित करेगी। तृतीय दिवस फागुन शुक्ल दशमी 2 मार्च को बीकानेर के परम श्याम सेवक प्रवेश शर्मा एवम कोलकाता निवासी श्याम दीवानी पूजा नथानी श्याम प्रभु के फागुनी रंग से सराबोर भजनों की फुहार से भक्तो को खान कराएंगे। महोत्सव के चतुर्थ दिवस फागुन शुक्ल एकादशी, 3 मार्च को बाबा के अवतार धारण करने के दिवस को कोलकाता निवासी
श्याम दीवानी श्वेता कोशिक एवम भोपाल की श्याम सेविका निशा द्विवेदी अपनी सुमधुर वाणी से भजन रूपी अमृत गंगा प्रवाहित कर भक्तो को नृत्य करने लालायित करेंगे। इस दौरान कोलकाता की सजीव झांकी” होली के रंग – राधाकृष्ण के संग के नृत्य नाटिका की प्रस्तुति से महोत्सव आकर्षक एवम दर्शनीय होगा। महोत्सव के पंचम दिवस फागुन शुक्ल द्वादशी को सुबह 11 बजे से श्री श्याम अखंड ज्योति पाठ का वाचन मेरठ के श्याम सेवक अनिल जानी के मुखारबिंद से होगा। इस अवसर पर भी सजीव झांकी के माध्यम से आकर्षक प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। रात्रि 7 बजे से सवामनी प्रसादी के साथ महोत्सव पूर्ण होगा। महोत्सव के पांचों दिन अलग- अलग स्वरूप में श्याम प्रभु का अद्भुत श्रृंगार किया जायेगा। अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाएगी, छप्पनभोग का प्रसाद लगाया जाएगा, भजन के दौरान इत्र, केशर, गुलाब जल एवम फूलों की होली खेली जायेगी प्रतिदिन रात्रि में जलपान प्रसादी की व्यवस्था रहेगी। प्रतिदिन के श्रृंगार, छप्पनभोग एवम प्रसादी के यजमान बनाए गए है, 4 मार्च की महाप्रसादी के लिए अनेक भक्तो ने सवामनी प्रसादी के लिए अपनी स्वकृति प्रदान कर दी है। मंगल पाठ एवम भजन प्रारंभ होने के पूर्व प्रभु के भव्य दरबार के समक्ष अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाएगी, जिसमे प्रत्येक भक्त माता – बहने एवम बंधु आहुति दे सकेंगे।
दुग्धाभिषेक, निशान यात्रा एवम भजन संध्या
जयपुर के संजय पारीक की ओजस्वी वाणी से गूंजेगी संस्कारधानी
श्याम परिवार मित्र मंडल द्वारा पत्रकार वार्ता में जानकारी दी गई कि आज 28 फरवरी फागुन शुक्ल अष्टमी को सुबह 10 बजे से श्री श्याम प्रभु का दुग्धाभिषेक किया जाएगा। इसी समय भक्तो को श्याम नाम की मेंहदी लगाई जायेगी। दोपहर 04:30 बजे श्री बालाजी मंदिर पुराना गंज मंडी से भव्य निशान यात्रा निकाली जाएगी, जो गंज लाइन, तिरंगा चौक, रामाधीन मार्ग, श्याम मंदिर गली से कामठी लाइन, भारतमाता चौक होते हुए गंज लाइन से खाटूधाम (उदयाचल प्रांगण) पहुंचेगी। रात्रि 08 बजे से जयपुर के सुप्रसिद्ध श्याम सेवक संजय पारीक अपनी ओजस्वी वाणी से सुमधुर भजनों की अमृत गंगा प्रवाहित करेंगे।