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बाथ टप में गुलाब फुल की पंखुड़ी और बिस्लरी पानी से हो रहा स्नान
जीर्णाेद्धार के लिए हैदराबाद से प्लाई और मुंबई से आ रही इटालियन टाईल्स
राजनांदगांव. जिले के एक नए अधिकारी के नए- नए जलवे सामने आ रहे है. जिले में आए अधिकारी को अभी मजह कुछ ही दिन हुए और अधिकारियों को एक तरफा कार्य करने का दबाव बनाया. लेकिन बात नहीं. अब बंगले का जीर्णोद्धार हो रहा है. स्वाभाविक है, और क्यों ना हो क्योंकि सामने गर्मी का मौसम आ रहा है. चौबीस घंटे एसी की हवा जो खानी है. यहां तक तो ठीक है, पर गृहमंत्री जी की बात भी तो नहीं टाली जा सकती. स्वाभाविक सी बात है, घर का पूरा काम कराने का जिम्मा भी गृहमंत्री जी के पास ही है, तो गृहमंत्री जी भी चाहती है कि घर पर इटालियन टाईल्स और विदेशी प्लाई लगे. ताकि घर आने वाले महमान भी यह देखकर अचंभित रह जाए कि किसी बंगले में नहीं, महल में आए है.
बाथ टप में गुलाबों की पंखुड़ी और बिस्लरी पानी से हो रहा स्नान
जी हां आपकों यह पढ़कर अचंभित हो रहा होगा कि बाथ टप में गुलाब फुलों की पंखुड़ी और बिस्लरी पानी का नहाने में उपयोग किया जा रहा है. यह दृश्य तो बड़ी- बड़ी सैलिब्रिटिस द्वारा टीवी और फिल्मों में दिखाया जाता है, पर जिले के एक अधिकारी के घर में यह सब कुछ चल रहा है, जो फिल्मों और टीवी चैनलों में देखने को मिलता है. ठीक बात भी है, कोयले की खदान से आए है तो दाग धोने के लिए नगर निगम का पानी काम नहीं कर रहा होगा, इसलिए बिस्लरी का पानी ही काम कर रहा होगा. वहीं दूसरी ओर उक्त अधिकारी के कर्मचारियों को पीने के पानी के लिए रोज दो- चार होना पड़ रहा है और अधिकारी बिस्लरी के पानी में नहा रहे है.
हैदराबाद से प्लाई और मुंबई से आ रही इटालियन टाईल्स
बड़े जिले से आए अधिकारी को राजनांदगांव जिले में भी सब कुछ बड़ा- बड़ा दिख रहा है. वहां की डेली प्रेक्टिस बड़ी थी. अधिकारी इस जिले में भी बड़ी डेली प्रेक्टिस करना चाह रहे है, पर यह संस्कारधानी है, यहां सब कुछ संस्कारों से चलता है ना कि डंडे से. कुछ जगह डंडा चलाने का प्रयास किया गया, पर उक्त अधिकारी वहां फेल होते नजर आए. अब बंगले का जीर्णोद्धार चल रहा है, तो सब कुछ भव्य और वीआईपी होना चाहिए. इसलिए बंगले जाने वालों की परेड हो रही है. बंगले में स्वीमिंग पुल निर्माण की योजना चल रही है. तो स्वाभिक सी बात है इटालियन टाईल्स भी मुंबई से ही आएगी. क्योंकि फर्नीचर के लिए प्लाई भी तो हैदराबाद से मंगाई जा रही ही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त बंगले में जीर्णोद्धार के लिए 40 से 50 लाख रूपए खर्च होगा, अब देखना यह है कि उक्त बंगले में अधिकारी कितने माह टिक पाते है. क्योंकि राजनांदगांव में हर छह माह में अधिकारी बदले जा रहे है.