भाजपा की चुनावी तैयारी गर्भ में, आगे आगे देखो होता है क्या
सीएम के चेहरे को लेकर संशय बरकरार
पूर्ण शराबबंदी पर भाजपा का कांसेप्ट स्पष्ट नहीं
राजनांदगांव। भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर ली गई है। लेकिन तैयारी अब तक धरातल पर नजर नहीं आ रही है, ऐसा लग रहा है कि भाजपा की तैयारी अब भी गर्भ में ही है, जिसे निकलने में अभी और समय लग सकता है। जैसा कि आज प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान जो कहा है।उससे ऐसा लग रहा है कि सब कुछ गुपचुप तरीके से हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी इंतजार करो।
भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर आज एक दिवसीय प्रवास पर राजनांदगांव पहुंचे।भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्र सरकार के 9 वर्ष के कार्यकाल को सुशासन दिवस के रूप में मानने जा रही है। इसी के तहत आज मै आपके समक्ष आया हु। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि शराबबंदी मेनिफेस्टो में रहेगा या नहीं।इसके लिए मेनिफेस्टो आने दो और इंतजार करो, आगे और क्या-क्या हो सकता है। वही cm के चेहरे को लेकर भी श्री माथुर का कहना था कि केंद्र से ही सब कुछ तय होगा अभी cm का चेहरा कौन होगा यह कहना उचित नहीं होगा, समय आते ही आप तक सब बातें क्लियर हो जाएगी। श्री माथुर ने बताया कि उन्होंने लगभग 36 विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया है।जिसमें संगठन को मजबूत करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इशारों- इशारों में कहा कि विधानसभा चुनाव में टिकट में युवाओं एवं नए चेहरों को मौका मिल सकता है, यह सब कुछ संगठन तय करेगा । वहीं चुनाव जीतने की बात पर कहा कि चुनाव मैं नहीं जीताता हूं। कार्यकर्ताओं की मेहनत से चुनाव जीता जाता है।
बैठकों में बीत रहा समय
भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगातार बैठकों का दौरा किया जा रहा है।आगामी विधानसभा चुनाव को महज अब 3 माह बच गए हैं, पर धरातल पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है, हालांकि भाजपा चुनाव प्रचार के लिए वॉल पेंटिंग का काम शुरू कर दिया है। लेकिन जिस तरह से मुद्दों तो जनता तक पहुंचना चाहिए वह नजर नहीं आ रहा है।
पूर्ण शराबबंदी पर भाजपा का कांसेप्ट स्पष्ट नहीं
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चुनाव के पूर्व शराबबंदी की बात कही गई थी। जिसे मुद्दा बनाकर भाजपा हर कार्यक्रमों में कहती आ रही है। लेकिन आज एक प्रश्न के जवाब पर प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने स्पष्ट नहीं किया कि मेनिफेस्टो में पूर्ण शराबबंदी रहेगी या नहीं । इससे तो यही स्पष्ट होता है कि शराब बंदी को लेकर भाजपा का भी कॉन्सेप्ट स्पष्ट नहीं है।